यह निर्देश जिलाधिकारी अखिलेश तिवारी ने कलेक्ट्रेट सभागार में गुरूवार को आई0जी0आर0एस0 के संबंध में आयोजित कार्यशाला के दौरान दिये। कार्यशाला का आयोजन दो पालियों में किया गया। प्रथम पाली में जनपद स्तरीय, तहसील स्तरीय एवं क्षेत्राधिकारी स्तर एवं मण्डी स्तर के अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। द्वितीय पाली में विकास खण्ड स्तर, थाना स्तर, नगर पालिका/नगर पंचायत स्तर के अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। कार्यशाला के दौरान आई0जी0आर0एस0 के संबंध में निर्गत नवीनतम शासनादेश के मुख्य बिन्दुओं पर चर्चा की गयी तथा पावरप्वाइंट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से प्रशिक्षण दिया गया।
इस दौरान जिलाधिकारी ने निर्गत नवीनतम शासनादेश के मुख्य बिन्दुओं पर चर्चा करते हुये बताया कि शिकायतों के निस्तारण की गुणवत्ता की मानीटरिंग उच्च स्तर से की जा रही है। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही करने पर कड़ी कार्यवाही प्रस्तावित की जायेगी। उन्होंने निर्देश दिये कि शिकायतों का ससमय गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित किया जाये। कोई भी शिकायत डिफाल्ट श्रेणी में न जाने पाये। जनपद की रैकिंग में सुधार के निर्देश के साथ जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा कि जो अधिकारी लापरवाही करेंगे, उनके विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी। साथ ही यह भी निर्देश दिये कि शिकायतें अनमार्क श्रेणी में न रहें। इसके साथ ही निस्तारित शिकायतों की गुणवत्ता की जांच भी सक्षम अधिकारी अपने स्तर से अवश्य कर लें। जिससे शिकायतकर्ता की संतुष्टि के विषय में जानकारी हो सके।
बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी संदीप कुमार, अपर जिलाधिकारी विनय कुमार पाठक, समस्त उपजिलाधिकारी सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
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