नई दिल्ली। कन्फ़ेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्ज़ (कैट) जिसे अखिल भारतीय व्यापार संघ ने दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में दंगाइयों तत्वों द्वारा दिल्ली की फ़िज़ा को ख़राब करने पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एवं दिल्ली पुलिस सहित अन्य सुरक्षा एजेंसियों द्वारा उठाए गए कदमों का समर्थन करते हुए कहा की अब सरकार को और अधिक प्रतीक्षा न करते हुए दिल्ली में क़ानून का शासन स्थापित करने में कड़े से कड़े कदम उठाए जाने चाहिए और कुछ मुट्ठी भर लोगों द्वारा दिल्ली को बंधक बनाने के मंसूबों पर अविलम्ब पानी फेरना चाहिए ।
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल एवं कैट दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष विपिन आहूजा ने आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एवं दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल से आग्रह किया की गत दिनों में हुई विभिन्न क्षेत्रों में हुई हिंसात्मक घटनाओं में व्यापारियों की दुकानों को बेहद क्षति पहुँची है । किसी भी प्रकार की हिंसात्मक घटना में हमेशा व्यापारी आसान शिकार होते हैं और न केवल उनकी जान बल्कि माल पर भी ख़तरा मंडराता है और शरारती तत्वों दुकानों को हानि पहुँचाने से नहीं चूकते हैं ।
<p>इन क्षेत्रों के व्यापारियों में बेहद डर और भय का वातावरण है । इस दृष्टि से कैट ने गृह मंत्री एवं उपराज्यपाल से दिल्ली के व्यापारियों एवं व्यापारिक बाज़ारों की समुचित सुरक्षा के इंतजाम करने का आग्रह किया है और यह भी कहा है की इस सम्बंध में व्यापारी सरकार और प्रशासन को हर सम्भव सहयोग देने के लिए तत्पर हैं । अराजक तत्वों पर कड़ी कार्यवाही और दिल्ली में अमन और शांति के वातावरण की स्थापना होनी आवश्यक है । <>
>खंडेलवाल ने यह भी आग्रह किया की हाल की घटनाओं में जिन व्यापारियों अथवा व्यापारिक दुकानों को क्षति पहुँचाई गई है उनको तत्काल सरकार से मुआवज़ा दिया जाए तथा जिन लोगों अथवा दुकानों का बीमा कराया गया है , उनके बीमा के तुरंत निपटान के लिए सरकार को सभी बीमा कम्पनियों को आदेश जारी करना चाहिए । कैट ने यह भी आग्रह किया है की जिन व्यापारियों जी दुकानें क्षतिग्रस्त हो गई हैं उन्हें रियायती दर पर सरकार आसान क़र्ज़ दिलाए जिससे वो दोबारा व्यापार शुरू कर सकें ।
<p>खंडेलवाल ने बताया की इस प्रकार की घटनाओं ने दिल्ली के व्यापार को बुरी तरह प्रभावित किया है और दिल्ली का व्यापार बेहद कम हुआ है । दिल्ली में प्रति दिन अन्य राज्यों से लगभग 5 लाख व्यापारी सामान ख़रीदने आते हैं लेकिन वर्तमान हालात के चलते और सोशल मीडिया पर चल रहे ग़ैर ज़िम्मेदारन खबरों ने अन्य राज्य के व्यापारियों को दिल्ली आने आशंकित कर दिया है जिसके चलते अन्य राज्यों के व्यापारी फ़िलहाल दिल्ली नहीं आ रहे और दिल्ली के व्यापार का बड़ा हिस्सा दैनिक व्यापार से महरूम हो गया है ।