भुवनेश्वर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में पूर्वी क्षेत्रीय परिषद (ईजेडसी) की बैठक हुई। इस बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के लिए विशेष श्रेणी के दर्जे की मांग की। नीतीश ने कहा कि बिहार को उसका ‘हक' मिलना चाहिए जिससे वह तेज गति से प्रगति कर सके और कुल मिलाकर देश के विकास में बेहतर योगदान करे। नीतीश ने 2005 में जब पहली बार प्रदेश की सत्ता संभाली थी, वह तब से राज्य के लिए विशेष दर्जे की मांग कर रहे हैं। बिहार राज्य के कम विकसित राज्यों में से एक है और विकास के कई मानकों पर राष्ट्रीय औसत से कम है। ईजेडसी में अपने संबोधन में नीतीश ने पूर्वी क्षेत्र में अंतरराज्यीय मुद्दों के समाधान के लिए एक तंत्र विकसित करने का भी आह्वान किया। इन राज्यों में समान सांस्कृतिक विरासत है और ये एक जैसी समस्याओं का ही सामना भी करते हैं। बिहार में अप्रैल 2016 से प्रभावी मद्य निषेध के सकारात्मक प्रभावों को रेखांकित करते हुए मुख्यमंत्री ने राज्य में पड़ोसी प्रदेशों झारखंड और पश्चिम बंगाल से तस्करी कर लाई जा रही शराब पर चिंता व्यक्त की। साथ ही उन राज्य सरकारों से इस पर प्रभावी लगाम लगाने का अनुरोध किया।
TAGS:
राष्ट्रीयRead Also